ishq 2 line shayari in hindi
इन आँखो में कैद थे गुनाह ए
इश्क कि सजा के बेहिसाब आंसु
तेरी यादों ने आकर उनकी जमानत कर दी
इश्क़ नाज़ुक मिज़ाज है बेहद
अक़्ल का बोझ उठा नहीं सकता!
जरुरी तो नहीं हर चाहत का मतलब इश्क हो
कभी कभी कुछ अनजान रिश्तों के लिए भी
दिल बेचैन हो जाता है
तुम्हारे इश्क़ का मौसम
हर मौसम से सुहाना होता है !
कत्ल किया था जिसने मेरी मासूम मुहब्बत का
वो बा-इज़्ज़त बरी है
और हम इश्क़ करके सारे शहर के गुनहगार हो गये
राह ए दूर ए इश्क़ में रोता है क्या
आगे आगे देखिए होता है क्या!
क्या कहूँ तुमसे मैं क्या है इश्क
जान का रोग है बला है इश्क!
गलत सुना था कि इश्क़ आँखों से होता हे
दिल तो वो भी ले जाते है जो पलके तक नही उठाते हे
कोई समझे तो एक बात कहूँ
इश्क़ तौफ़ीक़ है गुनाह नहीं!
इश्क़ के चर्चे भले ही सारी दुनिया में होते होंगे
पर दिल तो ख़ामोशी से ही टूटते हैं
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