dayare ishq mein apna maqam paida kar shayari
बता रहा हूँ नुस्खा-ए-मुहब्बत जरा गौर से सुनो !!
ना चाहत को हद से बढ़ाओ ना इश्क़ को सिर पर चढ़ाओ !!
किसी ने इश्क यूँ किया बेपनाह हमसे !!
कि उसकी पनाह को हम दर-दर भटक रहे हैं !!
हमारी हजार शायरियों के बीच तुम्हारी !!
एक छोटी सी तारीफ ही इश्क है !!
ख़त्म हो जाता है जब इश्क़ जिस्मों का !!
फ़िर लोग तोहफ़े सड़कों पर छोड़ जाते हैं !!
अधूरे इश्क़ में ही होती हैं बेपनाह चाहत !!
मुकम्मल इश्क़ में तो लोगों को झगड़ते देखा हैं !!
दूर रहकर भी हमसे वो गुनाह हो गया !!
आपसे मिले बिना ही इश्क बेपनाह हो गया !!
माना कि ना देखा है ना छुआ है ना पाया है तुझको लेकिन !!
तेरे इश्क़ में इबादत सा सुकूं आया है मुझको !!
ये इश्क तो बस एक अफवाह है !!
इस दुनिया में किसे किसकी परवाह हैं !!
उसे पाना उसे खोना उसी के हिज्र में रोना !!
यही गर इश्क है तो हम तन्हा ही अच्छे हैं !!
इश्क़ को पी जा इश्क़ उतार अंदर !!
तू बाकि ना रहे रहे बस यार अंदर !!
इश्क है तो इजहार करो इश्क है तो इजहार करो !!
वरना हमने कब कहा तुम हमसे प्यार करो !!
इसे भी पढ़े:- Couple Shayari in Hindi