bewafa sad shayari
हमने तो अपनी जान समझा था उसको,
मगर ये भूल गए थे कि जान तो एक दिन जानी ही होती है !!
मेरी मोहब्बत की राह इतनी भी मुश्किल नहीं थी,
कुछ तो ज़माना खिलाफ था कुछ वो दगाबाज़ निकली !!
ये याद नहीं किस बात पर रूठी थी वो या मैं रूठा था,
बस इतना याद है हमारा साथ बहुत छोटी से बात पर छूटा था !!
Bewafa Shayari
सुनने में आया है कि वो अब किसी और से मोहब्बत करते हैं,
अफ़सोस इस बात का है कि वो अब भी दिलो का व्यापार करती है !!
जनाज़ा मेरा देख कर अचानक से बोली वो,
क्या वो मर गया जो मुझ पर मरा करता था !!
हो सकें तो अपने क़दमों के निशां मेरे दिल के रास्ते से हटा दो,
वरना ये दिल चलते-चलते फिर तुम तक आजाएगा !!
bewafa ki shayari
शौक से तोड़ो मेरा दिल पर थोड़ी तो फ़िक्र करो,
तुम्हीं रहते हो इसमें अपना ही घर उजाड़ोगे क्या !!
बनाकर अपने वजूद का मुरीद छोड़ देते हैं लोग,
इस तरह से मोहब्बत का सिला देते हैं लोग !!
तब तक तुम डालते जाओ शराब मेरे प्यालों में,
जब तक निकल ना जाए वो मेरे ख्यालों से !!
bewafa sanam shayari
बदनसीब ज़रूर हूँ लेकिन दिल का बुरा नहीं हूँ,
तेरी बेवफ़ाई को भी उम्र भर याद करूँगा !!
मोहब्बत का उनकी ये एक नया दौर है,
जहाँ कल तक मैं था आज वहाँ कोई और है !!
गरीब वो इतनी थी कि मोहब्बत में उसके पास देने के लिए कुछ नहीं था,
शायद इसलिए आखिर में धोखा ही दें गयी !!