Haldi rasam ki shayari
कमाल का शख्स था वो जिसने जिंदगी तबाह कर दी
राज़ की बात है दिल उसे आज भी खफ़ा नही
आज इस शुभ घड़ी में एक मीठे रिश्ते की है शुरुआत
तुम दोनों सदा रहो साथ साथ भगवान से बस यही है फ़रियाद
विवाह के इस पवित्र रिश्तें को दिल से लगाएंगे
हर इक जिम्मेदारी और तेरा साथ हरदम निभाएंगे
sapne mein haldi rasam dekhna
यह जीवन इक-दूजे के नाम लिख दें
तुम मेरी हो ये बात सरेआम लिख दें
चुटकी भर सिन्दूर तुम्हारे मांग में भर दूँ
दिल की धड़कन हो तुम्हें जान लिखे दे
आप दोनों के जीवन मे ख़ुशियों की भरमार रहे
और ज्यादा क्या कहूँ खुशियों का इक प्यारा संसार रह
इक दूजे का हर पल अब से इक दूजे की भरपाई हो
जीवन भर ऐसे साथ रहो दो जिस्म एक परछाई हो
ka haldi rasam
दुल्हन बनकर एक दिन तू जा रही होगी
तेरे हाथों में मेहँदी भी रची होगी
उस दिन तेरी आँखों में मेरे लिए प्यार तो नही होगा
पर उस दिन के बाद तू भी मेरे लिए रो रही होगी
तेरी मेरी शादी सीधीसादी पंडित ना शहनाई रे
इस सब का क्या काम जहा श्री श्याम ने बंशी बजाई रे
मैं तो कब से लगाकर बैठी हूँ,तुम्हारे नाम की मेहंदी
और चेहरे पर हल्दी तुम बारात ले आओ जल्दी