Maa sad shayari
भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाए !!
जब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आए !!
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है जिंदगी मिल गयी मुझको !!
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है !!
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने !!
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी !!
ऐ मेरे मालिक माँग लू दुआ की फिर यही जहां !!
मिले फिर वही गोद फिर वही माँ मिले !!
माँ चाहे कितनी भी तकलीफ में क्यों ना हो !!
अपने बच्चों को कभी भूखा नही सोने देगी !!
इस दुनिया मे माँ ही ऐसी है जो हर किरदार निभा !!
सकती है लेकिन माँ का किरदार कोई नही सकता !!
माँ चाहे कितनी भी तकलीफ में क्यों ना हो !!
अपने बच्चों को कभी भूखा नही सोने देगी !!
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